छिंदवाड़ा डेस्क रिपोर्ट। छिंदवाड़ा जिले के जिला अस्पताल के गेट नं 4 में स्थित आयुष विंग पंचकर्म थैरेपी सेंटर द्वारा आज स्वर्ण प्राशन शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में करीब 83 बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया गया। इन बच्चों का वजन एवं ऊंचाई भी नापी गई और बच्चों के माता-पिता को सही और उत्तम पोषण आहार के बारे में अवगत कराया गया।
आयुष विंग प्रभारी एवं आयुर्वेद विशेषज्ञ डा.प्रियंका उईके ने बताया कि स्वर्ण प्राशन आयुर्वेद में वर्णित सोलह संस्कारों में से एक है जो सोलह वर्ष तक के बच्चों को किया जाता हैं । इसमें स्वर्ण भस्म को आयुर्वैदिक मेद्य औषधियों के सम्मिश्रण के साथ बनाया जाता है जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक वृध्दि में सहायक होता है, यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है l साथ ही उपस्थित आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ.नितिन टेकरे ने बताया कि स्वर्ण भस्म एक अच्छी इम्यूनो मॉड्यूलेटर है । यह बच्चों के धी, धृति, स्मृति, वर्णवर्धक होती है और बच्चों के पाचन तंत्र को मज़बूत कर उनके शरीर का पोषण भी करती है । इस शिविर में भावना साहू, भूपेंद्र पटले, मोनिका लांगे, सन्तोष पेंडराम, कविता परते आदि का सहयोग रहा।
खबर सोर्स - जन संपर्क छिंदवाड़ा।