ख़ास बातें -
- 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में मध्यप्रदेश को मिले 2 अवॉर्ड
- मध्यप्रदेश को मिला ‘मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट’ का खिताब
- बेस्ट एथनोग्राफिक फिल्म श्रेणी में ‘मांदल के बोल’ के लिए मिला रजत कमल पुरस्कार
ख़ास ख़बर वेबडेस्क। भारत की प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह (68th National Film Awards Ceremony) में मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) को दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया। पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने ‘मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट’ का अवॉर्ड एवं प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री शिव शेखर शुक्ला ने नॉन फीचर फिल्म में बेस्ट एथनोग्राफिक फिल्म श्रेणी में ‘मांदल के बोल’ के लिए रजत कमल पुरस्कार और प्रमाण पत्र लिया। इसके साथ ही फिल्म 'मांदल के बोल' के निर्देशक श्री राजेंद्र जांगले को भी रजत कमल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ज्ञात हो कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 22 जुलाई 2022 को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की थी। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 68वें फिल्म समारोह में विभिन्न श्रेणियों के तहत वर्ष 2020 के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किए।
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री शिव शेखर शुक्ला ने नॉन फीचर फिल्म में
बेस्ट एथनोग्राफिक फिल्म श्रेणी में ‘मांदल के बोल’ के लिए रजत कमल पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्राप्त करते हुए.
मध्य प्रदेश को मिली इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हर्ष व्यक्त करते हुए इसे गौरव का पल बताया। उन्होंने ट्वीट के जरिए प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा कि यहां की संस्कृति, आतिथ्यभाव, जनता की आत्मीयता और प्रशासन के सहयोग से आज हम सर्वश्रेष्ठ बने हैं। इसके लिए सभी प्रदेशवासियों के प्रति आभार व शुभकामनाएं।
मध्य प्रदेश के लिए यह गर्व का अवसर है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 30, 2022
यहाँ की संस्कृति, आतिथ्यभाव, जनता की आत्मीयता और प्रशासन के सहयोग से आज हम सर्वश्रेष्ठ बने हैं।
सभी प्रदेशवासियों के प्रति आभार व शुभकामनाएँ। https://t.co/XZi6LH9TKz